उत्तर प्रदेश ने वन और वृक्षारोपण में दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की, 559 वर्ग किमी का इजाफा

उत्तर प्रदेश ने देश में वन और वृक्षारोपण में दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की है, जिससे राज्य के पर्यावरणीय संरक्षण और हरित क्षेत्र में बढ़ोतरी के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला है। राज्य सरकार के अनुसार, नवीनतम भारत का वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (आईएसएफआर) में यह खुलासा हुआ है कि राज्य में 559.19 वर्ग किमी के विस्तार के साथ वन और वृक्षारोपण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह वृद्धि राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों और पर्यावरणीय योजनाओं का परिणाम है।

Dec 22, 2024 - 14:32
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उत्तर प्रदेश ने वन और वृक्षारोपण में दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की, 559 वर्ग किमी का इजाफा

उत्तर प्रदेश, 22 दिसंबर: उत्तर प्रदेश ने देश में वन और वृक्षारोपण में दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की है, जिससे राज्य के पर्यावरणीय संरक्षण और हरित क्षेत्र में बढ़ोतरी के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को बल मिला है। राज्य सरकार के अनुसार, नवीनतम भारत का वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (आईएसएफआर) में यह खुलासा हुआ है कि राज्य में 559.19 वर्ग किमी के विस्तार के साथ वन और वृक्षारोपण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह वृद्धि राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों और पर्यावरणीय योजनाओं का परिणाम है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को श्रेय

उत्तर प्रदेश के वन और पर्यावरण, प्राणी उद्यान, जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सफलता मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और सरकार की प्रतिबद्धता के कारण संभव हो पाई है। सक्सेना ने सभी संबंधित विभागों और हितधारकों को पेड़ लगाने और हरियाली में वृद्धि के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह सफलता राज्य सरकार की निरंतर मेहनत और पर्यावरणीय संरक्षण के प्रति उसके दृष्टिकोण का प्रमाण है।

आईएसएफआर रिपोर्ट का महत्व

भारत का वन सर्वेक्षण रिपोर्ट (आईएसएफआर) एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो देश में वन और वृक्षारोपण की स्थिति का आकलन करता है। इस रिपोर्ट में देशभर के विभिन्न राज्यों का मूल्यांकन किया जाता है, और उत्तर प्रदेश के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि उसने वन और वृक्षारोपण में इतनी बड़ी वृद्धि हासिल की है। इस प्रकार की वृद्धि से न केवल पर्यावरणीय संतुलन में मदद मिलती है, बल्कि यह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

सरकार के प्रयासों से हरियाली में वृद्धि

सरकार ने राज्य में हरियाली को बढ़ाने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की थी, जिसमें वृक्षारोपण अभियान, वन संरक्षण कार्यक्रम और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयास शामिल हैं। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से राज्य में वन और वृक्षारोपण में लगातार वृद्धि हो रही है।

अगले कदम

राज्य सरकार ने इस सफलता को और बढ़ाने के लिए अगले चरण में वृक्षारोपण के और अधिक कार्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने सभी सरकारी विभागों, गैर-सरकारी संगठनों और नागरिकों को सक्रिय रूप से इस अभियान में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, ताकि उत्तर प्रदेश को और अधिक हरित और पर्यावरण दृष्टि से समृद्ध बनाया जा सके।

उत्तर प्रदेश में वन और वृक्षारोपण में 559 वर्ग किमी की वृद्धि राज्य की हरित क्षेत्र बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार के पर्यावरणीय सुधार और संरक्षण के प्रयासों ने यह उपलब्धि संभव बनाई है, जो न केवल पर्यावरण की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी सहायक साबित होगी।

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Prashant Singh Journalism Student University Of Lucknow.